हाइपरटेंशन को नियंत्रित करने के दो आसन || Two
asanas to control hypertension
अनियमित जीवन शैली और खानपान की गलत आदतों के कारण हाइपरटेंशन या उच्च रक्तचाप की समस्या तेजी से बढ रही है। समय रहते इसे नियंत्रित नही किया जाए तो इसका असर शरीर के अन्य हिस्सों में भी होने लगता है। इसेे नियंत्रित करने में दो आसन और एक प्राणायाम कारगार हो सकते है।
वृक्षासन
कैसे करें- सावधान की मुद्रा में खडे हो जाए। शरीर का संतुलन बनाते हुए दाहिने पैर को घुटने से मोडते हुए बांए पैर की जांघ पर रखें। इस प्रकार एक पैर पर संतुलन बनाएं। अब दोनों हथेलियों को मिलाते हुए सीधे आकाश की ओर तानकर रखें और 5 से 10 सेकंड इसी मुद्रा में रहें। वापस ताडासन की मुद्रा में आंए। यही क्रिया दूसरे पैर से दोहराएं।
फायदा
- स्मरण शक्ति बढती है।
- आखों की रोशनी बनाए रखने में यह आसन सहायक है।
- हाथ पैरों में मजबूती आती है।
- शरीर का बैलेंस बेहतर होता है।
- हाई ब्लड प्रेशर नियंत्रित करने में मदद मिलती है।
ताडासन
कैसे करें- दोनों पैरों को मिलाकर या दस सेंटीमिटर की दूरी पर रखकर खडे हो जाएं। हाथों को उपर उठाते हुए अंगुलियों को आपस में फसा लें। पैरों के पंजो को उपर उठाते हुए गर्दन को उपर उठाएं और ध्यान उपर रखें। इस स्थिति में यथासंभव रुकें। इसे करते समय सांस लें और पूर्ण आसन पर सांस रोककर रखें।
इसके फायदे
- शारीरिक एंव मानसिक संतुलन विकसित करता है।
- मानसिक तनाव दूर करता है।
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