कठिन परिस्थिति में भी खुश कैसे रहे | How To Be Happy In Life
तो दोस्तों आज हम आपको ऐसी चीजें बताने जा रहे हैं | जो इसके पहले आपको किसी ने भी नहीं बताया होगा | अगर आपको पता भी है तो अच्छी बात है तो चलिए देखते हैं विपरीत परिस्थितियों में भी कैसे Happy रहा जा सकता है दोस्तों यह बिलकुल संभव है | सारा खेल हमारी सोच यानी मनोवृत्ति का है कठिन परिस्थिति में भी खुश कैसे रहे | How To Be Happy In Life ( Happy Life Secret) article में हम आपके साथ बहुत अच्छी चीज शेयर करने वाले हैं |हमें उम्मीद है आप इसे अपने जीवन में उतारेंगे, अवश्य लाभ लेंगे, तो चलिए देखते हैं |
गरीबी एक बहुत बड़ा दुख है शास्त्रों में ऐसा लिखा है कहीं-कहीं तो ऐसा भी बताया गया है कि यदि अपने लोगों के बीच आपको गरीबी का एहसास हो जाए तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा? इसका क्या मतलब निकाला गया कि अमीरी खुशी का कारण है | पुराने समय से साधु-संतों, दार्शनिकों और विद्वानों ने लोगों के दुख मिटाने के प्रयास भी किए हैं | एक वर्ग साधु संतों का ऐसा आया जिसने कहा दुख मिटाना है, तो अमीरी-गरीबी की खाई को मिटा देना चाहिए |
दार्शनिकों की बात की जाए तो मार्क भी इसी विचारधारा के थे | लेकिन यह प्रयोग पूरी तरह सफल नहीं हुआ |
इससे फिर एक नई किस्म का दुख आया, जिसका नाम है- अशांति | तो यह निश्चित है कि अमीरी में भी वास्तविक सुख नहीं है | अमीरी के साथ शांति भी होना चाहिए |
फिर एक वर्ग आया कि यदि अमीर-गरीब सभी अशांत है | तो अशांति का कारण केवल अमीरी गरीबी नहीं है |
तब नया कारण सामने आया की मनुष्य की वृत्तियां के कारण शांति अशांति आती है | तो उस वर्ग ने मनुष्य की वृत्तियां पर काम किया | फिर एक वर्ग आया जिस ने कहा मनुष्य की वृत्ति उसके कर्म बीज की तरह है जैसा बीज बोओगे वैसा ही फल लगेंगे | लेकिन यह विचार भी बहुत अधिक दिनों तक नहीं चल पाया |
तब सबसे सरल विचार गीता में भगवान कृष्ण ने देते हुए कहा -
Final words - हमारे यहां पोस्ट "कठिन परिस्थिति में भी खुश कैसे रहे | How To Be Happy In Life ( Happy Life Secret)" आपको कैसा लगा और आप किस तरीके से अपना समय प्रबंधन करते हैं आप हमें अपनी राय जरुर दीजिए मैं आपकी राय का इंतजार रहेगा अपनी राय देने के लिए नीचे कमेंट कर सकते हैं |
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How To Be Happy In Life |
How To Be Happy In Life ( Happy Life Secret)
गरीबी एक बहुत बड़ा दुख है शास्त्रों में ऐसा लिखा है कहीं-कहीं तो ऐसा भी बताया गया है कि यदि अपने लोगों के बीच आपको गरीबी का एहसास हो जाए तो इससे बड़ा दुर्भाग्य और क्या होगा? इसका क्या मतलब निकाला गया कि अमीरी खुशी का कारण है | पुराने समय से साधु-संतों, दार्शनिकों और विद्वानों ने लोगों के दुख मिटाने के प्रयास भी किए हैं | एक वर्ग साधु संतों का ऐसा आया जिसने कहा दुख मिटाना है, तो अमीरी-गरीबी की खाई को मिटा देना चाहिए |दार्शनिकों की बात की जाए तो मार्क भी इसी विचारधारा के थे | लेकिन यह प्रयोग पूरी तरह सफल नहीं हुआ |
इससे फिर एक नई किस्म का दुख आया, जिसका नाम है- अशांति | तो यह निश्चित है कि अमीरी में भी वास्तविक सुख नहीं है | अमीरी के साथ शांति भी होना चाहिए |
फिर एक वर्ग आया कि यदि अमीर-गरीब सभी अशांत है | तो अशांति का कारण केवल अमीरी गरीबी नहीं है |
तब नया कारण सामने आया की मनुष्य की वृत्तियां के कारण शांति अशांति आती है | तो उस वर्ग ने मनुष्य की वृत्तियां पर काम किया | फिर एक वर्ग आया जिस ने कहा मनुष्य की वृत्ति उसके कर्म बीज की तरह है जैसा बीज बोओगे वैसा ही फल लगेंगे | लेकिन यह विचार भी बहुत अधिक दिनों तक नहीं चल पाया |
तब सबसे सरल विचार गीता में भगवान कृष्ण ने देते हुए कहा -
"आपके अलावा कोई दूसरा आपको कभी अशांत या शांत नहीं कर सकता |"सीधी सीधी बात श्री कृष्णा कह गए और यही हमारे लिए भी समझने की आवश्यकता है की हमारी शांति का ना अमीर से कोई संबंध है और ना ही गरीबी से |
Final words - हमारे यहां पोस्ट "कठिन परिस्थिति में भी खुश कैसे रहे | How To Be Happy In Life ( Happy Life Secret)" आपको कैसा लगा और आप किस तरीके से अपना समय प्रबंधन करते हैं आप हमें अपनी राय जरुर दीजिए मैं आपकी राय का इंतजार रहेगा अपनी राय देने के लिए नीचे कमेंट कर सकते हैं |
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